इस पहले अध्याय में आप जाँचेंगे कि आपके अंदर आए बदलाव के बारे में बाइबल क्या कहती है? आप अपनी नई जिम्मेदारियों और सौभाग्यो के बारे में सीखेंगे। आप उस नए परिवार के बारे में सीखेंगे जिसमें आपका जन्म हुआ है। और आप एक नए संबंध के बारे में जानेंगे जिसे परमेश्वर चाहता है कि आप प्रभु में आपके भाईयों और बहनों के साथ रखें।
क्या आपने एक छोटे बच्चे को देखा है जो चलना सीख रहा है? जो मुश्किल से खड़ा हो पाता है, वह पहुँच में आने वाली हर वस्तु को हाथ में पकड़कर कमरे में इध्र उध्र लड़खड़ाता और डगमगाता हुआ चलता रहता है। परंतु क्या उत्साह है! वो नजरिया - जैसे कि पूरी दुनिया को जीत लिया हो! और इसलिए कभी खड़ा होता है, तो कभी चलता है, कभी गिरता है - परंतु हर बार फ़िर से खड़ा होता है - बच्चा चलना सीखता है।
सफलता की इच्छा शक्तिशाली है। और प्रत्येक कदम पर उसकी मदद करने या उसे उत्साहित करने के लिए माता पिता हर वक्त उसके आस पास रहते हैं।
यह अध्याय आत्मिक उन्नति के इन चार महत्वपूर्ण सिद्धांतो को बताता है। इसके अध्ययन से आप इन्हे इसी वक्त अपने जीवन में लागु करना भी सीख पाएँगे। आप अद्भुत परिणाम भी देखेंगे! कार्य के खतरनाक तरीके अच्छे तरीकों में बदल जाएँगे। आप हर दिन एक सिद्ध अथवा परिपक्व व्यक्ति के रूप में बढ़ते जाएँगे जो परमेश्वर आपसे चाहता है।
इसी वक्त आपके जीवन में एक परिवर्तन हो रहा है। आपका आत्मिक जीवन प्रकट हो रहा है। आप जैसे जैसे मसीह में ‘बढ़ते' हैं, पुरानी पसंदें बदलकर नई हो जाती हैं। जिम्मेदारियाँ भी नई हो जाती हैं - जो आपको नए इनाम और संतुष्टि दिलाती हैं। इस अध्याय में हम इन विशेष परिवर्तनों एवं गतिविधियों को देखेंगे। आप पाएँगे कि दूसरे लोग भी अपनी पसंदों को बाँटते हैं!
किसी विशेष लक्ष्य तक पहुँचने के लिए मानदण्डों की जरूरत होती है। उदाहरण के तौर पर, खिलाड़ी अपने प्रशिक्षक के निर्देशों का पालन करते हैं। वे कुछ चीजें करते हैं और कुछ चीजों को वे नही करते हैं। उनका उद्देश्य निपुणता और ताकत को बढ़ाना है ताकि इनाम जीता जा सके। अब जबकि आप मसीही हैं, आपके सामने एक नया और विशेष लक्ष्य है। वो लक्ष्य वह सब कुछ बनना है जो स्वर्ग के पिता आपसे चाहते हैं। यह मानदण्डों की आवश्यकता का एक और कारण भी है।
स्वर्ग का पिता चाहता है कि आप इस परिवार के अंग बनें व आपके जीवन के प्रति उसके लक्ष्य को पाएँ। यह अध्याय उन मानदण्डों के बारे में बताता है जो उसने आपकी मदद के लिए रखे हैं। उनका पालन करना आपको कई लाभ पहुँचा सकता है।
पवित्र आत्मा को अगुवाई करने की अनुमति देने पर आप परमेश्वर के द्वारा दिए गए मानदण्डों का पालन करना सीख पाएँगे। पवित्र आत्मा आपको दुष्टता से मुड़ने एवं सच्चाई को चुनने की शक्ति देगा। हर दिन आप अपने स्वर्ग के पिता की समानता में उन्नति करेंगे।
हाँ, आपका एक अद्भुत सहायक है! यह अध्याय आपको बताएगा कि वह कौन है तथा वह आपकी मदद कैसे करता है।
लोग यह देखने के लिए आपको निहार रहे हैं कि परमेश्वर की शक्ति के बारे में आपके कथन सच हैं या नही। आपका जीवन उन्हे दिखाता है कि सुसमाचार लोगों को कैसे बदल सकता है। आपके कथनों से बढ़कर आपके कार्य यीशु की गवाही हैं।
इस अध्याय में, हम आपके जीवन से निकलने वाली रोशनी की कुछ किरणों के बारे में देखेंगे क्योंकि यीशु आपमें रहते हैं। यही किरणें लोगों के सामने प्रमाणित करती हैं कि सुसमाचार सच है।
यह अध्याय उस आजादी के बारे में बताता है जो आप परमेश्वर के बच्चे होने के कारण इस वक्त महसूस कर रहे हो। यह आपको पाप के भयंकर प्रभाव से स्वतंत्रा करती है। यह आपको उस डर से छुड़ाती है कि आप कभी भी परमेश्वर को प्रसन्न नही कर पाओगे। यह आत्मिक गलती और संदेह को दूर करने में आपकी मदद करती है। ये आशीषें आपकी हैं क्योंकि यीशु मसीह ने ये आपके लिए किया है। परंतु ये केवल शुरूआत है।
स्वतंत्राता का आपका नया जीवन, जो शुरू हो चुका है, कभी खत्म नही होगा!